नागपुष्प का रहस्य, जानिए नाग पुष्प के बारे, Naag pushp kya hai

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नागपुष्प (Nagapushpa) एक प्रकार के फूल होते हैं जो कुछ विशेष प्राचीन भारतीय कथाओं और पौराणिक कथाओं में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। ये फूल विशेषत: हिन्दू धर्म के अनुसार महादेव शिव के पूजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और विशेष रूप से श्रावण मास (जुलाई-अगस्त) के सोमवार को कांवड़ यात्रा के दौरान प्रयोग किए जाते हैं। नागपुष्प का रहस्य हमारे भारत देश में बहुत ही प्रचलित है. इसलिए आज इस पुष्प के बारे में पूरी जानकारी इस पोस्ट में बताएंगे.

इस पुष्प का नाम संस्कृत में है, जिसमें “नाग” शब्द सर्प (साँप) को दर्शाता है और “पुष्प” फूल को सूचित करता है। इसका तात्पर्य है कि ये फूल सर्पों के एक प्रकार के प्रिय आहार के रूप में माने जाते हैं और इसे शिव के अराध्यता के रूप में प्रयोग किया जाता है।

नागपुष्प का वास्तविक बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती, और यह अक्सर धार्मिक और पौराणिक सन्दर्भ में प्रयोग होता है। इसके अलावा, नाग पुष्प को कुछ राष्ट्रीय फूल के रूप में भी चुना जा सकता है, लेकिन यह बात विशेषत: भारत के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न नामों और प्रकारों में जानी जाती है।

हमारी दुनिया में बहुत से पेड़ पौधे पाए जाते हैं. इन पेड़ पौधों का हमारे जीवन में बहुत ही महत्व होता है. पेड़ पौधे हमें ऑक्सीजन देते हैं, जिसके कारण हमें सांस लेने में कोई भी परेशानी नहीं होती है. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है, कि कोई कुछ प्राकृतिक नाम से भी जाना जाता है. आज ऐसे रहस्यमई पुष्प के बारे में आपको बताने वाले हैं, जिसकी बारे में ना आपने सोचा होगा ना ही कभी पड़ा होगा.

नागपुष्प का रहस्य क्या हैं ?

हमारी दुनिया बहुत से ऐसे पेड़ पौधों से भरी हुई है. जिनको हमने कभी देखा भी नहीं है और यह देखने में बहुत सुंदर दिखाई पड़ते हैं. भारत के हिमालय पर्वत पर बहुत से ऐसे ही पेड़ पौधे हमें देखने को मिल जाते हैं. जो देखने के साथ-साथ अपने अंदर एक खासियत भी रखते हैं. एक पुष्प हिमालय पर्वत पर कई सालों के बाद देखने को मिलता है. जिसका नाम नागपुष्प है, वहीं नागपुष्प एक संस्कृत शब्द है जिसका वैज्ञानिक नाम ‘Mesua ferrea‘ है. ये एक सदाबहार पेड़ है और इसके फूल हर साल गर्मी के मौसम में उगते हैं.

नागपुष्प के बारे में कुछ दिलचस्प बातें….

  • यह पुष्प हिमालय की चोटियों पर फलों में पाया जाता है.
  • इस पुष्प की शाखाएं नाग के फन की तरह होती है इसलिए इस पुस्तक को नागपुर को कहा जाता है.
  • यह पुष्प 36 सालों में एक बार हिमालय पर्वत पर खिलता है.
  • ये पुष्प केवल रात में ही खिलता है.
  • इस पुष्प पर शेषनाग रहते हैं और यह पुष्प शेषनाग से सम्बन्ध रखता है.
  • इस पुष्प का प्रयोग रोगों में भी किया जाता है.
  • इससे बहुत अच्छी सुगंध प्राप्त होती है जिसके प्रयोग से अच्छे से अच्छा रोग सही हो जाता है.
  • पुष्प में 42 पंक्तियां पाई जाती है जो सांप की तरहलटकी रहती है.
  • इस पुष्प को अन्य किसी भी देश में नहीं देखा गया है.
  • उत्तराखंड में नागपुष्प सबसे पहली बार हिमालय में पाया गया था.
  • इसको पाने के लिए कई दिनों पर इस पुष्प को खोजा गया था.

FAQ [Frequently Asked Questions]

प्र.नागपुष्प कहां पर पाया जाता है?

उत्तर -यह हिमालय पर पाया जाता है लेकिन इसके पाए जाने की पूर्ण जानकारी नहीं है.

प्र.कौन सा फूल 40 साल बाद खिलता है?

उत्तर -नागपुष्प हिमालय पर पाया जाता है और यह 36 साल में खिलता है

प्र.नागपुष्प वनस्पति है या पौधा?

उत्तर -इसके पाए जाने का कोई भी प्रमाण नहीं है. इसलिए कह रहे थे कि यह पुष्पा है या वनस्पति.

कृपया ध्यान दें कि यह जानकारी धार्मिक और सांस्कृतिक संदर्भ में है, और इसका मुख्य उपयोग हिन्दू धर्म में किया जाता है।

आशा करता हु आपको नागपुष्प के बारे में अच्छे से जानकारी मिल गयी होगी. अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी है तो अपने दोस्तों को शेयर करना ना भूले

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